“उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (UPITS) 2025 में योगी सरकार नई औद्योगिक प्रोत्साहन योजनाएं, MSME वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम और निर्यात बढ़ाने वाली स्कीम्स लॉन्च करेगी। 25-29 सितंबर को ग्रेटर नोएडा में होने वाला यह मेला वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP), डिफेंस कॉरिडोर और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देगा। वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए व्यापक प्रचार भी शुरू।”
यूपीआईटीएस 2025: योगी सरकार की नई औद्योगिक पहल
उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (UPITS) 2025, जो 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित होगा, योगी आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने का एक बड़ा मंच होगा। इस मेले में सरकार नई औद्योगिक प्रोत्साहन नीतियों, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम्स और निर्यात बढ़ाने वाली योजनाओं की घोषणा करेगी। इसके साथ ही, वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP), डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, गंगा एक्सप्रेसवे जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के परिणामों को भी हाइलाइट किया जाएगा।
नई योजनाओं का फोकस
UPITS 2025 में सरकार का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करना है। इसके लिए नई औद्योगिक नीतियां पेश की जाएंगी, जो निवेश को बढ़ावा देंगी और रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करेंगी। विशेष रूप से MSME सेक्टर के लिए वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम्स शुरू किए जाएंगे, जो छोटे उद्यमियों को बड़े बाजारों से जोड़ने में मदद करेंगे। निर्यात को बढ़ावा देने वाली स्कीम्स के तहत स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजारों में पहचान दिलाने की योजना है। इसके अलावा, नवाचार, महिला उद्यमिता और स्टार्टअप्स के लिए विशेष समर्थन की घोषणा भी संभावित है।
ODOP और डिफेंस कॉरिडोर पर विशेष जोर
योगी सरकार की फ्लैगशिप योजना वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) को UPITS 2025 में विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। इस योजना के तहत प्रत्येक जिले के विशिष्ट उत्पादों को वैश्विक खरीदारों से जोड़ा जाएगा, जिससे निर्यात और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी मेले का एक प्रमुख आकर्षण होगा, जिसमें रक्षा क्षेत्र में निवेश और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने की योजनाएं शामिल होंगी। गंगा एक्सप्रेसवे और डिजिटल निवेश पोर्टल जैसे प्रोजेक्ट्स भी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रदर्शित किए जाएंगे।
वैश्विक और स्थानीय प्रचार
UPITS 2025 को वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने के लिए भारतीय दूतावासों और विदेशी मिशनों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। होस्टेड बायर प्रोग्राम के तहत 80 देशों से 500 से अधिक अंतरराष्ट्रीय खरीदारों की भागीदारी की उम्मीद है। यूरोप, पश्चिम एशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया, दक्षिण एशिया, उत्तरी अमेरिका, लैटिन अमेरिका, ओशिनिया और अफ्रीका से खरीदार “मेड इन यूपी” उत्पादों को देखने के लिए शामिल होंगे। भारत में भी, हवाई अड्डों, मेट्रो स्टेशनों और बस टर्मिनलों पर व्यापक प्रचार अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा, टीवी और सांस्कृतिक प्रदर्शनों के माध्यम से यूपी की लोक कला और सांस्कृतिक विरासत को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
17 सेक्टर्स में प्रदर्शनी
UPITS 2025 में 17 विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शनियां होंगी, जिनमें कृषि, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक वाहन (EV), एविएशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, फिल्म और मनोरंजन, हैंडलूम, हस्तशिल्प, टेक्सटाइल, स्वास्थ्य और वेलनेस (AYUSH/फार्मा), पर्यटन, रिन्यूएबल एनर्जी, और स्मार्ट सिटी मिशन शामिल हैं। यह मेला स्थानीय उद्यमियों और कारीगरों को वैश्विक मंच प्रदान करेगा, जिससे उनकी पहुंच और व्यापार के अवसर बढ़ेंगे।
महत्वपूर्ण व्यक्तियों की भागीदारी
मेले में केंद्रीय मंत्रियों जैसे पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, गिरिराज सिंह, जीतन राम मांझी और शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ राज्य मंत्रियों, विधायकों और वरिष्ठ अधिकारियों की भागीदारी की उम्मीद है। यह आयोजन यूपी को औद्योगिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
Disclaimer: यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों और सरकारी विज्ञप्तियों पर आधारित है। जानकारी की सटीकता के लिए मूल स्रोतों की जिम्मेदारी है।