“गोवा सरकार ने 2025 में बेरोजगारी से निपटने के लिए नया ट्रेनिंग प्रोग्राम लॉन्च करने का वादा किया है। यह पहल युवाओं को स्किल डेवलपमेंट और जॉब प्लेसमेंट के जरिए आत्मनिर्भर बनाएगी। पर्यटन, तकनीक और हॉस्पिटैलिटी जैसे सेक्टर्स में ट्रेनिंग दी जाएगी। सीएम प्रमोद सावंत का दावा है कि यह प्रोग्राम गोवा में रोजगार के नए अवसर खोलेगा।”
गोवा में बेरोजगारी खत्म करने की नई पहल
गोवा सरकार ने 2025 में बेरोजगार युवाओं के लिए एक महत्वाकांक्षी स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने हाल ही में पणजी में आयोजित एक कार्यक्रम में इस पहल की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह प्रोग्राम गोवा के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस प्रोग्राम के तहत पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी, सूचना प्रौद्योगिकी और हरित ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में मुफ्त ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य गोवा के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करना है। सरकार ने इसके लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) और निजी क्षेत्र की कंपनियों के साथ साझेदारी की है। ट्रेनिंग प्रोग्राम में डिजिटल स्किल्स, सॉफ्ट स्किल्स और उद्यमिता विकास पर जोर दिया जाएगा। विशेष रूप से, गोवा के पर्यटन क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए, हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट और टूर गाइड जैसे कोर्स शामिल किए गए हैं।
सीएम सावंत ने बताया कि प्रोग्राम में 18 से 35 वर्ष की आयु के युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पोर्टल जल्द ही लॉन्च किया जाएगा, जहां इच्छुक उम्मीदवार अपने पसंदीदा कोर्स के लिए आवेदन कर सकेंगे। सरकार का दावा है कि ट्रेनिंग के बाद प्रतिभागियों को जॉब प्लेसमेंट में भी सहायता दी जाएगी। इसके लिए स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर की कंपनियों के साथ टाई-अप किया गया है।
गोवा में बेरोजगारी की समस्या को देखते हुए यह प्रोग्राम एक नई उम्मीद लेकर आया है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, गोवा में बेरोजगारी दर 2024 में 7.2% थी, जो राष्ट्रीय औसत से थोड़ी अधिक है। विशेषज्ञों का मानना है कि पर्यटन पर निर्भर गोवा की अर्थव्यवस्था में विविधता लाने के लिए स्किल डेवलपमेंट जरूरी है। इस प्रोग्राम के तहत 2025 में कम से कम 10,000 युवाओं को ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा गया है।
इसके अलावा, सरकार ने महिलाओं और अनुसूचित जातियों/जनजातियों के लिए विशेष कोटा भी निर्धारित किया है। महिलाओं के लिए डिजिटल मार्केटिंग और ग्राफिक डिजाइन जैसे कोर्स में प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं के लिए मोबाइल ट्रेनिंग सेंटर्स की व्यवस्था की जाएगी ताकि वे भी इस अवसर का लाभ उठा सकें।
हालांकि, कुछ विशेषज्ञों ने इस प्रोग्राम की सफलता पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि गोवा में पहले भी कई स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स शुरू किए गए, लेकिन जॉब प्लेसमेंट की कमी के कारण वे प्रभावी नहीं रहे। सरकार ने इस बार आश्वासन दिया है कि निजी क्षेत्र के साथ मजबूत साझेदारी और पारदर्शी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया से इस कमी को दूर किया जाएगा।
यह प्रोग्राम गोवा की ‘आत्मनिर्भर भारत स्वयंपूर्ण गोवा’ योजना का हिस्सा है, जिसे 2024 में लॉन्च किया गया था। इस योजना के तहत गोवा सरकार ने स्थानीय स्तर पर रोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। ट्रेनिंग प्रोग्राम को लागू करने के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
युवाओं के बीच इस घोषणा को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। पणजी के एक बेरोजगार युवा, राहुल वर्मा ने कहा, “यह प्रोग्राम हमारे लिए एक नया अवसर है। मैं डिजिटल मार्केटिंग सीखना चाहता हूं ताकि गोवा में ही कोई अच्छी जॉब पा सकूं।”
Disclaimer: यह लेख गोवा सरकार की हालिया घोषणाओं, स्थानीय समाचार स्रोतों और विशेषज्ञों के विश्लेषण पर आधारित है। जानकारी की सटीकता के लिए आधिकारिक वेबसाइट्स की जांच करें।